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अब बिजली ने मचाया सियात में कौहराम, बीजेपी और कांग्रेस की एक सी परेशानी


भोपाल। भीषण गर्मी में बिजली की कटौती को लेकर अब सियासत भी गरमा गई है। बीजेपी ने दिल्ली में बिजली कटौती को लेकर तंज कसा है। तो कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ने मध्यप्रदेश में हो रही बिजली कटौती को मुद्दा बनाया है।दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में प्रदेश के कोर ग्रुप बीजेपी नेताओं की बड़ी बैठक है।बता दें कि इससे पहले विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने भी बिजली कटौती पर सरकार को जमकर हमला बोला है। कमलनाथ ने हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में कई-कई घंटे बिजली गायब रही है लेकिन सरकार झूठे आंकड़े पेश कर रही है। बिजली और पानी की किल्लत से जनता परेशान है लेकिन सरकार द्वारा इसे ढकने की प्रक्रिया जारी है।

कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में दिन-प्रतिदिन बिजली का संकट गहराता जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में स्थिति भयानक होती जा रही है और घोषित बिजली कटौती से कई कई घंटे बिजली गायब रही है। जिससे भीषण गर्मी के दौर में भी जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बिजली नहीं रहने की स्थिति में पानी की किल्लत से भी जनता परेशान है। वहीं प्रदेश में कोयले की कमी के कारण भी बिजली उत्पादन प्रभावित हो रहे हैं लेकिन सरकार इसे स्वीकार करने की स्थिति में नहीं है।

शिवराज सरकार को घेरते हुए कमलनाथ ने कहा कि सरकार अभी भी झूठे आंकड़े पेश कर रही है। जल संकट और कोयला संकट को नकारा नहीं जा सकता है। इसके लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए। साथ ही जनता को बिजली और जल संकट की वास्तविकता और सच्चाई से अवगत कराना चाहिए।

ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश में बिजली की मांग 12 1000 मेगावॉट है लेकिन 10000 मेगावाट ही मिल रही है। 2000 मेगा वाट की कमी से ग्रामीण इलाके में अघोषित कटौती शुरू कर दी गई है। इससे पहले बीते दिनों सीएम शिवराज के कार्यक्रम के दौरान भी बिजली कटौती हो गई थी। वही पाटन से विधानसभा के बीजेपी विधायक अजय विश्नोई ने भी सीएम शिवराज को पत्र लिखकर कहा है कि अगर बिजली कटौती आवश्यक है तो भी इसे शेड्यूल किया जाना चाहिए।

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