google.com, pub-7426844799863068, DIRECT, f08c47fec0942fa0 google.com, pub-7426844799863068, DIRECT, f08c47fec0942fa0
top of page

गाँधीमय गुरुजी - 'भारत गाथा' एवं 'भारत कथा' पुस्तक शृंखला लोकार्पण कार्यक्रम


जबलपुर। भारत सरकार की शीर्ष कला संस्था *‘इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA)’*, नई दिल्ली *‘गाँधीमय गुरुजी’* नामक परियोजना (*स्व. श्री रवीन्द्र शर्मा गुरुजी* के कार्यों का संकलन एवं प्रलेखन) के तहत दो पुस्तक श्रृंखलाएँ *'भारत गाथा'* एवं *'भारत कथा'* प्रकाशित कर रही है। दोनों शृंखलाओं के अंतर्गत गुरुजी स्व. श्री रवीन्द्र शर्मा जी की बातचीतों पर दो विभिन्न शैलियों में क्रमशः 10 एवं 5 पुस्तकें प्रकाशित होनी हैं।



गत दिवस इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) द्वारा नई दिल्ली स्थित अपने समवेत सभागार में इस परियोजना के तहत इसकी प्रथम शृंखला *'भारत गाथा'* के अंतर्गत प्रथम तीन खण्डों - *खण्ड 1: भिक्षावृत्ति*, *खण्ड 2: प्रौद्योगिकी* एवं *खण्ड 3: घर एवं वास्तु* पुस्तकों का लोकार्पण कार्यक्रम एवं उस पर आधारित एक संवाद सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विचारक एवं चिंतक माननीय श्री सुरेश जी सोनी, कला आश्रम, आदिलाबाद की सह-संस्थापिका श्रीमति राजश्री शर्मा (अम्मा जी), पंजाब विश्वविद्यालय के प्रो. सुधीर कुमार, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी, केन्द्र के कला कोश विभाग प्रमुख श्री सुधीर लाल एवं इन पुस्तकों के संकलक एवं सम्पादक श्री आशीष गुप्ता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। दिल्ली, एन सी आर एवं देश के अन्य भागों से गुरुजी और उनके विचारों से प्रेरणा पाने वाले ढेरों लोग भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।

इन पुस्तकों के संकलन एवं सम्पादन का दायित्व आदरणीय गुरुजी के साथ लंबा समय बिताने वाले *जीविका आश्रम, जबलपुर* के संस्थापक श्री आशीष गुप्ता जी ने संभाला है। गौरतलब हो कि गुरुजी श्री रवीन्द्र शर्मा जी के विचारों से प्रेरित ग्राम इंद्राना स्थित जीविका आश्रम देशभर में उनके विचारों को जन सामान्य में ले जाने के लिए समर्पित है। इसी उद्देश्य से जीविका आश्रम पिछले कुछ वर्षों से निरन्तर देश-विदेश के विभिन्न प्रतिभागियों के लिए जीवनशैली, प्रकृति एवं संस्कृति, भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था, आदि ढेरों विषयों पर विभिन्न अवधियों के पाठ्यक्रम भी संचालित कर रहा है।

Комментарии

Оценка: 0 из 5 звезд.
Еще нет оценок

Добавить рейтинг
bottom of page