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इस जबरदस्त इंटरनेट स्पीड से एक सेकेंड में डाउनलोड हो जाएंगी नेटफ्लिक्स की कई फिल्में

  • लेखक की तस्वीर: News Writer
    News Writer
  • 23 अक्टू॰ 2021
  • 2 मिनट पठन

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देश में जिस तेजी से इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ रही है, उतनी तेजी से गति नहीं बढ़ रही। भारत में आपने अधिकतम एक जीबीपीएस गति के बारे में सुना होगा। लेकिन क्या आपको पता है दुनिया की सबसे तेज इंटरनेट गति कितनी है। हाल ही में इंटरनेट की गति का नया रिकॉर्ड बना है, जिससे एक सेकंड से भी कम समय में पूरी नेटफ्लिक्स लाइब्रेरी डाउनलोड की जा सकती है। शोधकर्ताओं की एक टीम ने 178,000 जीबीपीएस  (178 टीबीपीएस) की गति के साथ दुनिया के सबसे तेज इंटरनेट का रिकॉर्ड कायम किया है। हमारे पास अभी जो ऑप्टिकल फाइबर-इनेबल डाटा सेंटर्स हैं, वे भी मात्र 35 टीबीपीए की गति से डाटा ट्रांसफर करने में सक्षम हैं।

चार गुना तेज है गति

यह रिकॉर्ड यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं की एक टीम ने डॉ. लिडिया गाल्डिनो के नेतृत्व में बनाया है। यह इंटरनेट गति इतनी तेज है कि अगर आप चाहें तो एक सेकंड से भी कम समय में पूरी नेटफ्लिक्स लाइब्रेरी को क्लिक करते ही डाउनलोड कर सकते हो। सबसे तेज इंटरनेट गति का पुराना रिकॉर्ड  44.2टीबीपीएस का था, जो ऑस्ट्रेलियन शोधकर्ताओं ने इस साल मई में बनाया था। पुराने के मुकाबले नई गति रिकॉर्ड चार गुना तेज है।

एम्पलीफायर तकनीक का इस्तेमाल किया

एक ब्लॉग पोस्ट में बताया गया है कि शोधकर्ताओं ने मौजूदा ऑप्टिकल फाइबर सिस्टम में उपयोग किए जाने वाले की तुलना में ज्यादा बड़ी वेबलेंथ का इस्तेमाल किया और और साथ ही सिग्नल को बढ़ावा देने के लिए नई एम्पलीफायर तकनीक का इस्तेमाल किया है। वर्तमान समय में 4.5 टीहार्ट्ज की बैंडविड्थ का उपयोग किया जा रहा है। वहीं 9 टीहार्ट्ज व्यावसायिक बैंडविड्थ अभी कुछ बाजारों में सामने आया है। हालांकि, 178 टेराबाइट की सुपर-फास्ट इंटरनेट गति पाने के लिए शोधकर्ताओं ने 16.8 टीहार्ट्ज बैंडविड्थ का इस्तेमाल किया।

महामारी के दौरान डिमांड बढ़ी

प्रमुख शोधकर्ता  डॉक्टर ग्लाडिनो ने कहा, वर्तमान में क्लाड डाटा सेंटर एक सकेंड में 35 टेराबाइट डाटा भेजने में सक्षम है। हम ऐसी तकनीक विकसित कर रहे हैं जो मौजूदा बुनियादी ढांचों के इस्तेमाल से ही गति का और तेज कर सके। इससे डाटा ट्रांसफर की गति 178 टेराबाइट प्रति सकेंड हो सकती है। शोधकर्ताओं की टीम ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के दौरान इंटरनेट जीवन का बेहद अहम हिस्सा बन गया है। कुछ ऑपरेटर ने इस दौरान इंटरनेट ट्रैफिक में 60 फीसदी की बढ़ोतरी देखी है। नई तकनीक के आने से इंटरनेट और भी सस्ता होगा और लोगों की जरूरत के अनुसार इंटरनेट की सप्लाई भी बढ़ाई जा सकेगी।

 
 
 

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