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पाहलगाम विवाद: पाकिस्तान से बैकडोर आयात पर भारत की सख्ती, पाक मूल के सामान पर प्रतिबंध

पाहलगाम विवाद: पाकिस्तान से बैकडोर आयात पर भारत की सख्ती, पाक मूल के सामान पर प्रतिबंध

देवांश भारत न्यूज़ 24x7

रिपोर्टर: प्रशांत वैश्य

दिनांक: 3 मई 2025


पाहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष आयात पर लगाया पूर्ण प्रतिबंध

भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान अटारी-वाघा सीमा की ओर जाने वाली सड़क पर भारत की ओर स्थित बैरिकेड के पास पहरा देते हुए तैनात हैं।
भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान अटारी-वाघा सीमा की ओर जाने वाली सड़क पर भारत की ओर स्थित बैरिकेड के पास पहरा देते हुए तैनात हैं।

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक हित में बड़ा कदम उठाया है। अब पाकिस्तान से किसी भी प्रकार के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की 2 मई को जारी अधिसूचना के अनुसार यह फैसला लागू कर दिया गया है।


पिछले महीने अटारी सीमा पर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (ICP) को बंद कर भारत ने प्रत्यक्ष व्यापार को समाप्त कर दिया था। अब तीसरे देशों के जरिए हो रहे पाकिस्तानी माल के आयात पर भी रोक लगा दी गई है, जिससे लगभग ₹3,886 करोड़ का सीमा पार व्यापार पूरी तरह से रुक जाएगा।


DGFT का स्पष्ट निर्देश:

विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने कहा, “पाकिस्तान से उत्पन्न या निर्यातित सभी वस्तुओं का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात और पारगमन प्रतिबंधित किया जाता है। चाहे वे वस्तुएं स्वतंत्र रूप से आयात योग्य हों या पूर्व स्वीकृति प्राप्त हो, यह प्रतिबंध तुरंत प्रभाव से लागू होगा। कोई भी छूट भारत सरकार की पूर्व अनुमति से ही दी जा सकती है।”


पृष्ठभूमि:

ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) के अनुसार, अटारी बॉर्डर के बंद होने के बाद भी पाकिस्तान तक वस्तुएं संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर और कोलंबो जैसे ट्रांज़िट हब्स के जरिए पहुँच रही थीं। लगभग $10 अरब मूल्य की भारतीय वस्तुएं अभी भी पाकिस्तान पहुँच रही थीं।


प्रमुख आयात-निर्यात वस्तुएं:

भारत, पाकिस्तान से खजूर, सूखे मेवे, चूना पत्थर, सीमेंट, कांच और जड़ी-बूटियाँ आयात करता था, जबकि भारत से वहाँ सोया बीन, सब्जियाँ, मिर्च, प्लास्टिक के दाने और यार्न जैसी वस्तुएँ जाती थीं।


आर्थिक प्रभाव:

पूर्व वाणिज्य अधिकारी अजय श्रीवास्तव के अनुसार, “भारत को पाकिस्तानी वस्तुओं पर निर्भरता नहीं है, इसलिए इस निर्णय का हमारे व्यापार पर न्यूनतम प्रभाव पड़ेगा। परंतु पाकिस्तान को भारतीय वस्तुओं की ज़रूरत है और वह इन्हें अब भी तीसरे देशों के माध्यम से पाने की कोशिश कर सकता है।”


FATF और MDB पर दबाव:

सरकार अब पाकिस्तान को फिर से FATF की 'ग्रे लिस्ट' में डालने की कोशिश कर रही है। इसके साथ ही विश्व बैंक, IMF और एशियाई विकास बैंक जैसे बहुपक्षीय वित्तीय संस्थानों पर भी पाकिस्तान को धन देने से रोकने का प्रयास किया जाएगा।


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रिपोर्ट: प्रशांत वैश्य, नई दिल्ली


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