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जबलपुर फीस वृध्दि को लेकर कलेक्टर के आदेश की निजी स्कूलों द्वारा की जा रही अवहेलना नही माना जा रहा कलेक्टर का आदेश ।


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जबलपुर - जबलपुर कलेक्टर के आदेश के बावजूद भी निजी स्कूलों के द्वारा बढ़ाई गई फीस वापस नहीं किए जाने से नाराज अभिभावक कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाजू में अनशन पर बैठ गए। जैसे ही अभिभावक संघ के द्वारा किए जा रहे अनशन की खबर पुलिस एवं जिला प्रशासन को लगी तो तत्काल पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए और उसके बाद अभिभावक संघ के सदस्यों से बातचीत करते हुए उन्हें वहां से हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी प्रशासनिक अधिकारियों का कहना था कि कलेक्टर कार्यालय में धारा 144 लागू है लिहाजा यहां पर धरना प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा है। काफी देर तक चली बहस के बाद अभिभावक संघ को कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाजू से हटने का निर्णय लेना पड़ा।


निजी स्कूलों के विरोध में शुरू किया आमरण अनशन.

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पेरेंट्स एसोसिएशन ने शिक्षा माफिया के खिलाफ आंदोलन शुरू करते हुये कलेक्टर कार्यालय के बाजु में टेंट लगाकर अनशन शुरू कर दिया। पेरेंट्स एसोसिएशन के सचिन गुप्ता ने बताया की कलेक्टर के द्वारा की गई कार्यवाही के तहत निजी स्कूलों को बढ़ाई गई फीस को वापस लौटाने के आदेश दिए गये थे और समिति द्वारा निर्धारित की गई फीस लागू करने के भी आदेश थे लेकिन निजी स्कूलों के प्रबंधकों ने इन आदेशों का पालन नहीं किया जा रहा है जिसके कारण अभिभावकों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।


पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे मौक़े पर......

अभिभावक संघ के द्वारा दिए जा रहे धरने और अनशन की खबर मिलते ही मौके पर रांझी तहसीलदार राजीव मिश्रा और ओमती थाने की पुलिस पहुंच गई और अनशनकारियों को वहां से हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई इस दौरान अधिकारियों के बीच काफी देर तक बातचीत चली और अधिकारी उन्हें कार्यालय के बाजू में धरना देने से रोकते रहे लेकिन अभिभावक संघ के सदस्य अपनी बात पर आने रहे लिहाजा तहसीलदार उन्हें लेकर अपर कलेक्टर नाथूराम गोड के पास पहुंचे और वहां पर अपर कलेक्टर के द्वारा दी गई समझाइश के बाद अभिभावक संघ ने घंटाघर के समीप धरना और अनशन करने का निर्णय लिया।


जबलपुर से कार्तिक गुप्ता की रिपोर्ट

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