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नेक्स्ट्रा बाय एयरटेल और एएमपीआईएन एनर्जी ट्रांज़िशन की नई साझेदारी

अपडेट करने की तारीख: 6 अग॰

यह अतिरिक्त ग्रीन एनर्जी लो-कार्बन कंप्यूटिंग को सक्षम बनाएगी और नेक्स्ट्रा के कार्बन उत्सर्जन को सालाना लगभग 1,49,156 टन सीओ2ई तक कम करेगी।


नई ऊर्जा साझेदारी का महत्व


जबलपुर, 28 जुलाई 2025: नेक्स्ट्रा बाय एयरटेल और एएमपीआईएन एनर्जी ट्रांज़िशन ने अपनी साझेदारी को और मजबूत करते हुए 125.65 मेगावॉट सोलर-विंड हाइब्रिड एनर्जी की आपूर्ति के लिए एक नया पावर-व्हीलिंग समझौता किया है। यह ऊर्जा इंटर-स्टेट ट्रांसमिशन सिस्टम (आईएसटीएस) से जुड़े प्लांट्स के ज़रिए दी जाएगी। इस नई साझेदारी के साथ दोनों कंपनियों के बीच कुल रिन्यूएबल एनर्जी सहयोग 200 मेगावॉट के पार पहुँच चुका है।


यह कदम नेक्स्ट्रा की इंफ्रास्ट्रक्चर एफिशिएंसी को बढ़ाएगा। डी-कार्बनाइजेशन को तेज़ करेगा और ऑपरेशनल एक्सीलेंस को मज़बूत करेगा। इससे नेक्स्ट्रा भारत में सस्टेनेबल डेटा सेंटर सॉल्यूशंस का प्रमुख खिलाड़ी बना रहेगा।


अतिरिक्त क्षमता का वितरण


यह अतिरिक्त क्षमता नेक्स्ट्रा को दो चरणों में दी जाएगी। पहली राजस्थान और दूसरी कर्नाटक में कैप्टिव सोलर-विंड पावर प्रोजेक्ट्स के माध्यम से। एएमपीआईएन पहले से उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा में इन्ट्रा-स्टेट ओपन एक्सेस के ज़रिए नेक्स्ट्रा को सोलर पावर सप्लाई कर रहा है।


इस नए समझौते के तहत, एएमपीआईएन अब 11 और राज्यों में विस्तार करेगा। साथ ही, बड़े पैमाने पर आईएसटीएस रिन्यूएबल एनर्जी सप्लाई और एकल इंडिपेंडेंट पावर प्रोड्यूसर (आईपीपी) से ग्रीन एनर्जी की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करेगा।


नेक्स्ट्रा के सीईओ का दृष्टिकोण


नेक्स्ट्रा बाय एयरटेल के सीईओ आशीष अरोड़ा ने कहा, “सस्टेनेबिलिटी सिर्फ एक वादा नहीं है — यह हमारी ज़िम्मेदारी है और नेतृत्व का अवसर भी। एएमपीआईएन के साथ 200 मेगावॉट से अधिक रिन्यूएबल एनर्जी से अपने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को पावर देकर हम इंडस्ट्री के लिए नए मानक स्थापित कर रहे हैं।


यह उपलब्धि इस बात को दर्शाती है कि हम आईएसटीएस-बेस्ड क्लीन एनर्जी से अपने डेटा सेंटर्स को सस्टेनेबली चला रहे हैं। इससे भरोसेमंद सेवाएं मिलती हैं और जलवायु पर ठोस सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। नेक्स्ट्रा में हमारा लक्ष्य इनोवेशन को बढ़ावा देना और बदलाव की प्रेरणा देना है। हम चाहते हैं कि हमारी सेवाएं न केवल भारत की डिजिटल ग्रोथ को बढ़ावा दें, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण की रक्षा भी करें।”


एएमपीआईएन की भूमिका


एएमपीआईएन एनर्जी ट्रांज़िशन के फाउंडर, एमडी और सीईओ पिनाकी भट्टाचार्य ने कहा, “इस साझेदारी के माध्यम से हमने दिखाया है कि देशव्यापी उपस्थिति और इंटर-स्टेट व इन्ट्रा-स्टेट रिन्यूएबल एनर्जी समाधानों के सही मिश्रण से हम किसी भी ग्राहक को लगभग सौ फीसदी ग्रीन एनर्जी पर स्विच कर सकते हैं।


नेक्स्ट्रा बाय एयरटेल, जो डेटा और तेजी से बढ़ते डेटा सेंटर क्षेत्र में अग्रणी है, हमारी सस्टेनेबिलिटी सोच से जुड़ा है। हम इस साझेदारी से डेटा सेंटर्स को हरित बनाने पर गर्व महसूस करते हैं।”


दीर्घकालिक ग्राहक संबंध


एएमपीआईएन की स्केलेबल और सस्टेनेबल एनर्जी सॉल्यूशंस प्रदान करने की नेतृत्व क्षमता इस बात का उदाहरण है कि वह कैसे तकनीकी और भौगोलिक विविधताओं के बीच दीर्घकालिक ग्राहक संबंध बनाता है।


दोनों कंपनियों का उद्देश्य है यह दिखाना कि किस तरह बड़े स्तर की हरित ऊर्जा साझेदारियां पूरी प्रणाली की एफिशिएंसी और डी-कार्बनाइजेशन को तेज़ कर सकती हैं।


नेक्स्ट्रा का नेट जीरो कमिटमेंट


नेक्स्ट्रा बाय एयरटेल, अपने नेट जीरो कमिटमेंट से प्रेरित होकर — जो अब एसबीटीआई के अनुरूप है — अपने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़े पैमाने पर डी-कार्बनाइजेशन को बढ़ावा देने के लिए सस्टेनेबिलिटी पहलों को आगे बढ़ा रहा है।


कंपनी ने स्कोप 1 और स्कोप 2 ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन को कम करने के लिए कई रणनीतिक उपाय अपनाए हैं।


नेक्स्ट्रा ने जून 2024 में वैश्विक आरई100 पहल को जॉइन किया था। यह संकल्प लिया था कि वह अपनी सौ फीसदी बिजली की ज़रूरतें नवीकरणीय स्रोतों से ही पूरी करेगा।


नेक्स्ट्रा ऐसा करने वाला भारत का पहला डेटा सेंटर बना और इस पहल में शामिल होने वाली 14वीं भारतीय कंपनी भी। अधिक जानकारी के लिए देखें: www.nxtra.in


निष्कर्ष


इस नई साझेदारी से नेक्स्ट्रा बाय एयरटेल और एएमपीआईएन एनर्जी ट्रांज़िशन ने न केवल अपने व्यवसाय को बढ़ावा दिया है, बल्कि भारत में हरित ऊर्जा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम भी उठाया है। यह कदम न केवल पर्यावरण की रक्षा करेगा, बल्कि डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिरता को भी सुनिश्चित करेगा।


इस प्रकार, नेक्स्ट्रा और एएमपीआईएन की यह साझेदारी एक सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि कैसे कंपनियां मिलकर एक स्थायी भविष्य की दिशा में काम कर सकती हैं।

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